Daughter’s honor लाडो प्रोत्साहन योजना” एक सामाजिक कल्याणकारी योजना है, जिसका उद्देश्य बेटियों के जन्म को प्रोत्साहन देना, उन्हें शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में आगे बढ़ाना तथा समाज में उनकी स्थिति को सशक्त बनाना है। यह योजना विशेष रूप से उन क्षेत्रों में लागू की जाती है जहाँ लिंगानुपात असंतुलित है और बालिकाओं के साथ भेदभाव की प्रवृत्ति पाई जाती है।
वित्तीय सहायता: कुल राशि ₹5 लाख (7 किश्तों में)
राज्य सरकार द्वारा 8 मार्च 2025 (अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस) के अवसर पर लाडो प्रोत्साहन योजना को ₹5 लाख तक बढ़ा दिया गया है, जो निम्नलिखित किश्तों में दी जाएगी:
क्रम संख्या | चरण | प्रोत्साहन राशि |
---|---|---|
1 | जन्म के समय | ₹5,000 |
2 | 1 वर्ष की आयु एवं सभी टीकाकरण पूर्ण होने पर | ₹5,000 |
3 | पहली कक्षा में प्रवेश (राजकीय या मान्यता प्राप्त स्कूल) | ₹10,000 |
4 | छठी कक्षा में प्रवेश | ₹15,000 |
5 | 10वीं कक्षा में प्रवेश | ₹20,000 |
6 | 12वीं कक्षा में प्रवेश | ₹25,000 |
7 | स्नातक डिग्री पूर्ण करने एवं 21 वर्ष की आयु पूरी करने पर | ₹70,000 |
नवीन प्रावधान (2025 अपडेट):
Daughter’s honor अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में, प्रोत्साहन राशि को ₹5,00,000 तक विस्तारित किया गया है। अतिरिक्त प्रोत्साहन निम्न रूप में मिलेगा:
अतिरिक्त लाभ (₹3.50 लाख तक):
- डिप्लोमा या व्यावसायिक कोर्स में प्रवेश: ₹50,000
- राज्य या राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता (शैक्षणिक/खेल) में भागीदारी पर: ₹1,00,000
- स्वरोजगार या स्टार्टअप हेतु प्रोत्साहन राशि (21 वर्ष के बाद): ₹2,00,000
उद्देश्य:
- बालिकाओं के जन्म को प्रोत्साहित करना।
- बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देना।
- समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करना।
- बाल विवाह की रोकथाम करना और लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाना।
लाभार्थी:
Daughter’s honor इस योजना का लाभ राज्य की निवासी ऐसी बालिकाओं को दिया जाता है जो गरीब, पिछड़े या आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से संबंधित हों। कई राज्यों में यह योजना सिर्फ पहली या दो बेटियों तक सीमित होती है।
मुख्य विशेषताएँ:
- बेटी के जन्म पर माता-पिता को प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
- बेटी की पढ़ाई के प्रत्येक चरण पर आर्थिक सहायता।
- बालिका के 18 वर्ष की आयु पूरी करने पर एकमुश्त राशि प्रदान की जाती है।
- कुछ राज्यों में स्वास्थ्य बीमा या कन्या विवाह सहायता भी शामिल है।
महत्त्व:
“लाडो प्रोत्साहन योजना” केवल आर्थिक सहायता का माध्यम नहीं, बल्कि समाज की मानसिकता को बदलने का एक मजबूत प्रयास है। यह योजना लड़कियों को केवल संरक्षण नहीं, बल्कि सशक्तिकरण की राह भी दिखाती है। इससे समाज में बेटियों की स्थिति मज़बूत होती है और भविष्य में वे आत्मनिर्भर नागरिक बनती हैं।–लाडो प्रोत्साहन योजना